रविवार, 15 फ़रवरी 2009

अगला जन्म

कल रात में मेरी पत्नी रो रही थी जब मै उठा तब ये पता लगा की उसको संका हो गई की मै ऊपर चला गया। मेरा स्वर्गवास हो गया । मै शोते के पहले ध्यान में चला जाता हूँ । ध्यान के समय हार्ट बीट बहुत कम हो जाती है । संभवतः उसी कारण उसे लगा कि मेरा राम नाम सत्य हो गया । वो खुस हो गई ।
उसके पूछने पर की अगले जन्म में क्या आप मेरे साथ फिर रहना चाहोगे । मेरा उत्तर नही ही रहा । इस जीवन में मै यदि तुमसे संतुस्ट हो गया तो अगले जन्म में तुम्हारे साथ भगवन न करे की रहना पड़े । और अगर इस जीवन में तुमसे संतुस्ट नही हुआ तो भी अगला जीवन भगवन न करे साथ रहे । क्यों कि जब इस जीवन में हम आपस में संतुस्ट न हो सके तो क्या गारंटी कि अगले जीवन संतुस्ट हो जाय। इसलिए हे भगवन इस जन्म में मै पुरी तरह से सबको संतुस्ट कर देना चाहता हूँ। अगले जन्म में एक नया खेल नए लोगों के साथ।

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