मंगलवार, 26 अगस्त 2014

Live in present

वर्तमान भयमुक्त है, इसमें जीने के लिए कुशलता कठिन कार्य है. इसमें जीने के लिए किसी बनी बनाई परिपाठी का इस्तेमाल न करे, अपने स्वविवेक का प्रयोग करें. 
Yoga guru yogi anoop

Five senses

पांच ज्ञानेन्द्रियाँ (आँख, कान, नाक , जीभ, त्वचा) संचार माध्यम का सबसे बड़ी श्रोत हैं. साधकों से निवेदन है कि इसका कुशलता से प्रयोग करें. 
Yogi Anoop yoga guru in delhi

Dhyan

मन, बुद्धि, चित्त एवं अहंकार का इलाज तो ध्यान ही कर सकता है. 
Yoga guru yogi anoop

Gastric problem

जो साधक इस देह में चलने वाली वायु की दिशा को परिवर्तित कर सकता है, समझो उस हठ योगी का मन पर अधिकार हो गया है.

सोमवार, 25 अगस्त 2014

शुक्रवार, 8 अगस्त 2014

Western postures yoga

जिस भी देह  (राष्ट्र) का पश्चिमी हिस्सा (back side or western part of the nation) लचीला नहीं है , वह देह ( राष्ट्र) कभी भी पूर्ण स्वस्थ तथा सुरक्षित रहने का महाभ्रम न पाले.

मंगलवार, 5 अगस्त 2014

सोमवार, 4 अगस्त 2014

Kabir

धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय । 
माली सींचे सौ घड़ा, ॠतु आए फल होय ॥

मन का अभ्यास धीरे धीरे ही संभव है, धीरे धीरे का अर्थ पूरे जीवन से है. नियमित अभ्यास ही हमारा स्वभाव बन जानना चाहिए.